“आंध्र का खट्टा-तीखा पुलिहोरा, अब घर पर बनाएं!”

आंध्र स्टाइल पुलिहोरा को बहुत से लोग पसंद करते हैं, जबकि बहुत से लोग इसे इसके ज़्यादा प्रचलित नाम “लेमन राइस” से जानते हैं। लेकिन, पारंपरिक रूप से इसे इमली से बनाया जाता है और इसे ‘पुलिहोरा’ कहा जाता है। यह रेसिपी आपको स्वादिष्ट आंध्र स्टाइल पुलिहोरा बनाने में मदद करेगी।

सामग्री

इमली के पेस्ट के लिए:

इमली का 1 नींबू के आकार का गोला

2 कप पानी

चावल के लिए:

2 कप चावल

4 कप पानी

1 चम्मच हल्दी पाउडर

स्वादानुसार नमक

तड़के के लिए:

2 बड़े चम्मच तिल का तेल (या कोई भी खाना पकाने का तेल)

1 चम्मच सरसों के बीज

1 चम्मच जीरा

1 बड़ा चम्मच चना दाल (छोले)

1 बड़ा चम्मच उड़द दाल (काले चने)

2 सूखी लाल मिर्च, टुकड़ों में तोड़ी हुई

10-12 करी पत्ते

1/2 चम्मच हींग

2-3 हरी मिर्च, कटी हुई

1/4 कप मूंगफली

1/4 कप काजू (वैकल्पिक)

1/4 चम्मच मेथी के बीज (मेथी के बीज)

1/4 चम्मच काला चना (वैकल्पिक)

1/2 चम्मच हल्दी पाउडर

स्वादानुसार नमक

निर्देश

इमली बनाना पेस्ट:

इमली को 2 कप गर्म पानी में लगभग 20-30 मिनट के लिए भिगोएँ।

जब यह नरम हो जाए, तो इमली का गूदा निचोड़ लें और बीज और रेशे निकालने के लिए इसे छान लें।

इमली के रस को एक तरफ रख दें।

चावल पकाना:

चावल को बहते पानी के नीचे अच्छी तरह से धो लें।

एक बड़े बर्तन में, 4 कप पानी उबालें।

चावल, 1 चम्मच हल्दी पाउडर और स्वादानुसार नमक डालें।

चावल को तब तक पकाएँ जब तक कि यह पक न जाए, लेकिन गूदा न हो जाए। हर दाना अलग-अलग होना चाहिए।

पक जाने के बाद, चावल को ठंडा होने के लिए एक बड़ी प्लेट या ट्रे पर फैला दें। इससे चावल आपस में चिपकते नहीं हैं।

तड़का:

मध्यम आँच पर एक बड़े पैन या कड़ाही में तिल का तेल गरम करें।

राई डालें और उन्हें चटकने दें।

जीरा, चना दाल, उड़द दाल, सूखी लाल मिर्च, मेथी के दाने और काले चने डालें। दालों को सुनहरा भूरा होने तक भूनें।

मूंगफली और काजू (अगर इस्तेमाल कर रहे हैं) डालें और भुनने और कुरकुरे होने तक भूनें।

करी पत्ता, हरी मिर्च और हींग डालें। कुछ सेकंड के लिए भूनें।

इमली का रस और 1/2 चम्मच हल्दी पाउडर डालें। मिश्रण को मध्यम आँच पर तब तक पकाएँ जब तक कि इमली का पेस्ट गाढ़ा न हो जाए और तेल पेस्ट से अलग न होने लगे।

आवश्यकतानुसार नमक मिलाएँ।

मिलाना:

इमली के पेस्ट के मिश्रण में ठंडा चावल डालें, धीरे-धीरे मिलाएँ ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि चावल इमली के मिश्रण से अच्छी तरह लिपटा हुआ है।

चावल के दाने टूटने से बचाने के लिए अच्छी तरह लेकिन धीरे से मिलाएँ।

स्वाद लें और ज़रूरत पड़ने पर नमक मिलाएँ।

परोसना:

पुलीहोरा को कम से कम 30 मिनट तक ऐसे ही रहने दें ताकि स्वाद मिल जाए।

इसे गर्म या कमरे के तापमान पर परोसें, अगर चाहें तो और भुनी हुई मूंगफली या काजू से सजाएँ।

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finkiran

G Yuva Kiran Daksewak (Durg Postal Division), Department of Post, M.A. (Public Administration), Kalyan Post graduate college ,Bhilai

This Post Has One Comment

  1. finkiran

    There are different types of recipes for the pulihora. This is my personal one

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